स्किन कैंसर: क्या है, कारण, लक्षण और इलाज

स्किन कैंसर: क्या है, कारण, लक्षण और इलाज

आजकल त्वचा के कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। स्किन कैंसर तब होता है जब त्वचा की कोशिकाएँ असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं। यह शुरुआत में छोटे तिल, मस्से या धब्बे की तरह दिख सकता है, लेकिन समय पर पहचान न होने पर गंभीर हो सकता है।

यह केवल धूप वाले हिस्सों पर ही नहीं बल्कि शरीर के उन हिस्सों पर भी हो सकता है जो धूप में कम आते हैं, जैसे पीठ, छाती या जाँघ। लंबे समय तक धूप में रहना, सनस्क्रीन का उपयोग न करना, गोरी त्वचा या शरीर पर ज्यादा तिल और मस्से होने जैसे कारण इसे बढ़ा सकते हैं।

स्किन कैंसर के शुरुआती लक्षण पहचानना बेहद जरूरी है। समय पर जाँच और सही इलाज से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।

स्किन कैंसर क्या है?

त्वचा का कैंसर तब होता है जब त्वचा की कोशिकाएँ असामान्य तरीके से बढ़ने लगती हैं और शरीर के अन्य हिस्सों तक फैलने लगती हैं। ज़्यादातर यह उन जगहों पर होता है जो धूप में रहती हैं, जैसे चेहरा, हाथ, गर्दन और पैर। लेकिन यह शरीर के उन हिस्सों पर भी हो सकता है जो धूप में नहीं आते।

स्किन कैंसर के प्रकार

त्वचा के कैंसर के कई प्रकार होते हैं:

  1. बेसल सेल कार्सिनोमा – यह सबसे सामान्य प्रकार है और धीरे-धीरे बढ़ता है।

  2. स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा – इसमें त्वचा पर लाल या खुरदुरे धब्बे बन जाते हैं और यह जल्दी फैल सकता है।

  3. मेलानोमा – यह सबसे खतरनाक प्रकार है। यह पुराने तिल या मस्से के बदलने से शुरू हो सकता है।

स्किन कैंसर के कारण

लोग अक्सर पूछते हैं कि स्किन कैंसर कैसा होता है? इसके मुख्य कारण इस प्रकार हैं:

  • लंबे समय तक तेज धूप में रहना

  • बिना सनस्क्रीन के धूप में निकलना

  • परिवार में पहले से किसी को त्वचा का कैंसर होना

  • शरीर पर बहुत अधिक तिल या मस्से होना

  • बहुत गोरी त्वचा होना

  • कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता

  • रेडिएशन या हानिकारक रसायनों के संपर्क में आना

स्किन कैंसर के लक्षण

स्किन कैंसर के लक्षण जल्दी पहचानने से इलाज आसान हो जाता है। इसके कुछ सामान्य संकेत हैं:

  • कोई नया तिल या मस्सा आना जो लगातार बढ़ता जाए

  • पुराने तिल का रंग, आकार या आकार बदलना

  • त्वचा पर घाव बनना जो ठीक न हो

  • लाल, खुरदुरे या पपड़ीदार धब्बे

  • चमड़ी पर उभरी हुई गाँठ

  • खुजली, जलन या खून निकलना

  • त्वचा का अचानक रंग बदल जाना

अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण लंबे समय तक दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

स्किन कैंसर का इलाज

इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि बीमारी किस चरण में है।

  • रेडिएशन थेरेपी – किरणों की मदद से कैंसर की कोशिकाओं को मारा जाता है।

  • ड्रग ट्रीटमेंट– विशेष दवाओं से कैंसर की बढ़त रोकी जाती है।

  • इम्यूनोथेरेपीइम्यूनोथेरेपी से शरीर की शक्ति को मजबूत कर कैंसर से लड़ने की क्षमता बढ़ाई जाती है।

  • टार्गेटेड थेरेपी– नई तकनीक से केवल कैंसर वाली कोशिकाओं पर असर किया जाता है।

स्किन कैंसर से बचाव

इस बीमारी से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ अपनाना ज़रूरी है:

  • धूप में जाने से पहले हमेशा सनस्क्रीन लगाएँ

  • बहुत तेज धूप में बाहर जाने से बचें

  • धूप में निकलते समय टोपी और कपड़े पहनकर शरीर ढकें

  • शरीर पर बने तिल या मस्सों में होने वाले बदलावों पर ध्यान दें

  • पौष्टिक भोजन करें और शरीर को स्वस्थ रखें

स्किन कैंसर का इलाज

अगर आपको लगता है कि आपको स्किन कैंसर के लक्षण दिख रहे हैं, तो देर न करें।

  • एक सर्वश्रेष्ठ कैंसर विशेषज्ञ से मिलकर सही जाँच कराएँ।

  • अनुभवी कैंसर चिकित्सक आपको बीमारी की सही स्थिति बताएँगे और उपचार का रास्ता सुझाएँगे।

निष्कर्ष

स्किन कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन समय रहते इसे पहचानकर सही इलाज कराने से इसे पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आपकी त्वचा पर कोई नया तिल, मस्सा या घाव दिखे जो ठीक नहीं हो रहा या बदल रहा हो, तो उसे नजरअंदाज न करें।

गुरुग्राम में डॉ. पूजा बब्बर सर्वश्रेष्ठ मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट है। इस क्षेत्र की अनुभवी कैंसर विशेषज्ञ हैं। उनके 15+ वर्षों के अनुभव में उन्होंने 20,000+ मरीजों का इलाज किया है और 700+ जटिल कैंसर मामलों को सफलता पूर्वक संभाला है। डॉ. पूजा बब्बर की देखरेख में समय पर जाँच और उपचार कराने से स्किन कैंसर पर नियंत्रण पाया जा सकता है और जीवन सुरक्षित रखा जा सकता है।

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