ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करा रही हिना खान ने बताए इलाज के साइड इफेक्ट्स

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज करा रही हिना खान ने बताए इलाज के साइड इफेक्ट्स

टीवी इंडस्ट्री की मशहूर अदाकारा हिना खान इन दिनों ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही हैं। अपनी एक्टिंग और स्टाइल के लिए जानी जाने वाली हिना ने हाल ही में खुलासा किया कि वह इस बीमारी का इलाज करवा रही हैं और इस दौरान उन्हें कई तरह के साइड इफेक्ट्स झेलने पड़ रहे हैं।

हिना खान ने अपनी जर्नी को सोशल मीडिया पर शेयर किया, ताकि लोग इस बीमारी और उसके इलाज से जुड़ी सच्चाई को समझ सकें। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर का इलाज जितना जरूरी है, उतना ही मुश्किल भी। कीमोथेरेपी, रेडिएशन, और सर्जरी जैसी प्रक्रियाएं शरीर पर गहरा असर डालती हैं। लेकिन सही जानकारी और मानसिक मजबूती से इस जंग को जीता जा सकता है।

इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि हिना खान के अनुसार ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के क्या साइड इफेक्ट्स होते हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज: हिना खान की जर्नी

हिना खान ने जब ब्रेस्ट कैंसर के बारे में खुलासा किया, तो उनके फैन्स चौंक गए। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और इलाज को पूरी हिम्मत से अपना रही हैं। उन्होंने बताया कि ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में सबसे मुश्किल हिस्सा कीमोथेरेपी और रेडिएशन होता है, क्योंकि इसका सीधा असर शरीर पर पड़ता है।

1. कीमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स

कीमोथेरेपी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए दवाइयां दी जाती हैं। लेकिन यह सिर्फ कैंसर सेल्स को ही नहीं, बल्कि शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को भी प्रभावित करती है। हिना खान ने बताया कि कीमोथेरेपी के दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, जैसे:

(i) बालों का झड़ना

कीमोथेरेपी के कारण हिना के बाल झड़ने लगे। उन्होंने बताया कि बाल झड़ना सिर्फ एक शारीरिक बदलाव नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत तकलीफदेह होता है। लेकिन उन्होंने इसे सकारात्मक रूप से लिया और खुद को अंदर से मजबूत रखा।

(ii) कमजोरी और थकान

हिना ने कहा कि कीमो के बाद शरीर में बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होती है। छोटी-छोटी चीजें करने में भी थकान लगती है। यह साइड इफेक्ट लगभग हर कैंसर मरीज को होता है, क्योंकि शरीर को खुद को रिकवर करने में समय लगता है।

(iii) मतली और उल्टी

कीमोथेरेपी के बाद लगातार मिचली आना और उल्टी होना आम बात है। हिना ने भी इसे झेला और बताया कि इस दौरान डॉक्टर की सलाह के अनुसार हल्का और पौष्टिक खाना ही खाना चाहिए।

(iv) भूख कम लगना

इलाज के दौरान हिना की भूख बहुत कम हो गई थी। यह कीमोथेरेपी का एक बड़ा साइड इफेक्ट होता है। ऐसे में डॉक्टर हेल्दी डाइट लेने की सलाह देते हैं, ताकि शरीर को जरूरी पोषण मिल सके।

(v) इम्यूनिटी कम होना

कीमोथेरेपी से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यूनिटी) बहुत कमजोर हो जाती है, जिससे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। हिना ने बताया कि उन्हें इस दौरान डॉक्टरों ने साफ-सफाई का खास ध्यान रखने और हेल्दी फूड खाने की सलाह दी थी।

2. रेडिएशन थेरेपी के साइड इफेक्ट्स

हिना खान ने बताया कि रेडिएशन थेरेपी भी आसान नहीं होती। इस दौरान मरीज को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

(i) स्किन प्रॉब्लम्स

रेडिएशन थेरेपी के कारण त्वचा पर जलन, सूखापन और कालापन आ सकता है। हिना ने बताया कि उनकी त्वचा पर रेडिएशन की वजह से रैशेज आ गए थे और स्किन बहुत सेंसिटिव हो गई थी।

(ii) थकान और सुस्ती

हिना ने रेडिएशन के बाद लगातार सुस्ती और थकान महसूस की। यह इस थेरेपी का एक बहुत कॉमन साइड इफेक्ट है।

(iii) सीने में दर्द

कई बार रेडिएशन के कारण सीने में हल्का दर्द महसूस हो सकता है। हिना ने बताया कि उन्हें भी ऐसा महसूस हुआ, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें सही सलाह दी जिससे यह समस्या धीरे-धीरे कम हो गई।

3. सर्जरी और उसके साइड इफेक्ट्स

कुछ मामलों में, ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए सर्जरी भी करनी पड़ती है, जिसे मास्टेक्टॉमी (स्तन को हटाना) कहा जाता है। हिना खान ने कहा कि उन्होंने सर्जरी नहीं कराई, लेकिन यह प्रक्रिया कई मरीजों के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत चुनौतीपूर्ण होती है।

(i) शरीर में दर्द और जकड़न

सर्जरी के बाद लंबे समय तक दर्द बना रह सकता है और शरीर में जकड़न महसूस हो सकती है।

(ii) लिम्फेडेमा (हाथ या बांह में सूजन)

अगर सर्जरी के दौरान लिम्फ नोड्स हटा दिए जाते हैं, तो हाथ में सूजन आ सकती है।

(iii) मानसिक तनाव

मास्टेक्टॉमी के बाद कई महिलाओं को आत्मविश्वास की कमी महसूस होती है। ऐसे में काउंसलिंग और परिवार का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है।

हिना खान ने इलाज के दौरान क्या सावधानियां बरतीं?

हिना खान ने बताया कि इलाज के दौरान उन्होंने कुछ चीजों का खास ध्यान रखा, जिससे उन्हें रिकवरी में मदद मिली।

  • हेल्दी डाइट: हिना ने पोषक तत्वों से भरपूर आहार लिया, जिससे शरीर को ताकत मिल सके।
  • योग और मेडिटेशन: मानसिक रूप से मजबूत रहने के लिए उन्होंने मेडिटेशन और हल्के व्यायाम किए।
  • परिवार और दोस्तों का सपोर्ट: उन्होंने बताया कि इस दौरान सबसे ज्यादा जरूरी होता है अपने करीबी लोगों का साथ।
  • डॉक्टर की सलाह मानना: हिना ने अपने डॉक्टर की हर सलाह मानी और दवाइयां समय पर लीं।

निष्कर्ष

ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कठिन जरूर है, लेकिन असंभव नहीं। हिना खान जैसी मजबूत महिलाओं की कहानियां हमें सिखाती हैं कि इस बीमारी से लड़ने के लिए सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक ताकत भी जरूरी होती है।

अगर आप या आपका कोई करीबी ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही इलाज, अच्छी देखभाल और सकारात्मक सोच के साथ इस बीमारी को हराया जा सकता है।

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